विटामिन-डी की कमी के 5 मुख्य कारण
और इसे कैसे दूर करें?
9 days ago
Written By: ANJALI
अगर आपकी हड्डियां कमजोर हो रही हैं, इम्युनिटी गिर रही है या मूड स्विंग्स और डिप्रेशन जैसी समस्याएं हो रही हैं, तो यह विटामिन-डी की कमी (Vitamin D Deficiency) का संकेत हो सकता है। अक्सर लोग मानते हैं कि सिर्फ धूप न मिलने से ही विटामिन-डी की कमी होती है, लेकिन ऐसा नहीं है। कई अन्य कारण भी हैं जो शरीर में इसकी कमी को जन्म देते हैं। आइए जानते हैं विटामिन-डी की कमी के 5 मुख्य कारण।
1. डाइट में विटामिन-डी की कमी
धूप के अलावा, विटामिन-डी हमें आहार से भी मिलता है। अगर आपकी डाइट में फैटी फिश (सालमन, टूना), अंडे की जर्दी, दूध, दही, मशरूम और फोर्टिफाइड अनाज जैसे स्रोत शामिल नहीं हैं, तो शरीर में इसकी कमी हो सकती है। विशेषकर शाकाहारी लोगों को इसका खास ध्यान रखना चाहिए।
2. मोटापा या अधिक वजन
विटामिन-डी एक फैट-सॉल्युबल विटामिन है, जो शरीर की चर्बी में जमा हो जाता है। अगर आपका वजन ज्यादा है, तो यह विटामिन फैट सेल्स में फंसकर खून तक ठीक से नहीं पहुंच पाता। इस वजह से मोटापे से ग्रस्त लोगों में विटामिन-डी की कमी आम है।
3. किडनी या लीवर की समस्या
विटामिन-डी को एक्टिव फॉर्म में बदलने के लिए लीवर और किडनी का स्वस्थ होना जरूरी है। अगर इन अंगों में कोई समस्या है, तो विटामिन-डी का मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है। यहां तक कि पर्याप्त धूप लेने या विटामिन-डी युक्त आहार खाने के बावजूद शरीर इसका पूरा फायदा नहीं उठा पाता।
4. सनस्क्रीन का अत्यधिक उपयोग
सनस्क्रीन त्वचा को UV किरणों से बचाता है, लेकिन यह विटामिन-डी के निर्माण में भी बाधा डालता है। SPF 30+ सनस्क्रीन लगाने पर विटामिन-डी का उत्पादन 95% तक कम हो जाता है। इसलिए, रोजाना कुछ समय बिना सनस्क्रीन के धूप लेना फायदेमंद हो सकता है।
5. कुछ दवाओं का प्रभाव
कुछ दवाएं जैसे स्टेरॉयड्स, कोलेस्ट्रॉल कम करने वाली दवाएं (स्टैटिन) और वजन घटाने की गोलियां विटामिन-डी के अवशोषण को प्रभावित कर सकती हैं। अगर आप लंबे समय से ऐसी दवाएं ले रहे हैं, तो विटामिन-डी के स्तर की जांच करवाना जरूरी है।