दिल्ली-NCR के प्रदूषण और सर्दी में किडनी की चिंता बढ़ी,
क्या करें ताकि बीमारी क्रॉनिक न बने
5 days ago
Written By: Aniket Prajapati
दिल्ली-NCR में AQI 300 के पार पहुंचने और ठंड के मौसम के साथ लोगों की किडनी पर भी असर पड़ रहा है। किडनी हमारे शरीर से टॉक्सिन निकालती है और हार्मोन्स बनाती है; जब किडनी खराब होती है तो शरीर में पानी, नमक और गंदगी जमा होने लगती है और कई बीमारियाँ जैसे एनीमिया, ऑस्टियोपोरोसिस, हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है। भारत में किडनी के मरीज पिछले दस साल में दूने हो गए हैं और हर साल लगभग 2 लाख ट्रांसप्लांट की जरूरत है; डोनर न मिलने से रोजाना तकरीबन 20 मौतें हो रही हैं। इसलिए सर्दी और प्रदूषण के दौर में किडनी को बचाना जरूरी है ताकि डायलिसिस-ट्रांसप्लांट जैसी स्थिति न आए।
किडनी और पथरी के कारण व उपाय
किडनी स्टोन यानी पथरी बनने के प्रमुख कारणों में डिहाइड्रेशन (पानी कम पीना), ज्यादा नमक, ज्यादा प्रोटीन लेना, अत्यधिक तनाव और कुछ खाद्य पदार्थ जैसे पालक, आलू, सूखे मेवे, चाय और चॉकलेट शामिल हैं। पथरी से बचने के लिए लगातार पानी पीते रहें और दिन में लगभग 3 लीटर पानी लेने का प्रयास करें। नमक की मात्रा दिन में 2–4 ग्राम ही रखें। तनाव कम करने के लिए मेडिटेशन करें। वजन नियंत्रित रखें, जंकफूड से बचें और ज्यादा पेनकिलर न लें। किडनी स्टोन में लाभ पहुंचाने वाली चीजों में खट्टी छाछ, कुलथ की दाल और उसका पानी तथा पत्थरचट्टा के पत्ते उपयोगी माने जाते हैं (डॉक्टरी सलाह के बाद उपयोग करें)। रोज़ाना वर्कआउट रखें और स्मोकिंग से पूरी तरह बचें।
गॉल ब्लैडर स्टोन के कारण और बचाव
गॉल ब्लैडर में स्टोन बनने के कारणों में मोटापा, विटामिन C की कमी, जंकफूड और पानी कम पीना प्रमुख हैं। बचाव के लिए वजन कम करें, नीबू-संतरा-पपीता-आंवला-अमरूद जैसे फलों का सेवन बढ़ाएँ, पैकेज्ड फूड न लें और रोज़ाना पर्याप्त पानी पिएँ।
समय रहते सावधानी और डॉक्टर की सलाह जरूरी
किडनी स्वस्थ रहने पर ही लंबी उम्र और बेहतर जीवन संभव है। सर्दी और प्रदूषण दोनों से होने वाले असर से बचने के लिए पानी पीना, वजन नियंत्रित रखना, नियमित व्यायाम, हेल्दी आहार और तनाव कम करना जरूरी है। अगर कोई लक्षण बने पेशाब में समस्या, तेज दर्द, सूजन या थकान तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। समय रहते कदम उठाने से क्रॉनिक किडनी रोग और गंभीर हस्तक्षेप टाला जा सकता है।