प्रेगनेंसी के दौरान कहीं आप भी तो नहीं कर रही ये गलती,
पड़ सकता है भारी
8 days ago
Written By: ANJALI
गर्भावस्था एक ऐसा समय होता है जब महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के साथ-साथ गर्भ में पल रहे शिशु का भी विशेष ध्यान रखना पड़ता है। इस दौरान खान-पान, व्यायाम और आराम के साथ-साथ सोने की पोजीशन भी बेहद महत्वपूर्ण होती है। क्या आप जानती हैं कि गलत तरीके से सोने से शिशु को नुकसान पहुँच सकता है? आइए जानते हैं कि गर्भावस्था में किस तरह सोना चाहिए और किन पोजीशन्स से बचना चाहिए।
1. पीठ के बल सोना – क्यों है खतरनाक?
गर्भावस्था के दूसरे और तीसरे ट्राइमेस्टर में पीठ के बल सोने से बचना चाहिए। इस स्थिति में बढ़ता हुआ गर्भाशय स्पाइन, किडनी और मुख्य रक्त वाहिकाओं पर दबाव डालता है, जिससे:
रक्त संचार कम हो सकता है, जिससे शिशु को ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की कमी हो सकती है।
पीठ दर्द, सांस लेने में तकलीफ और लो ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है।
डॉक्टर्स की सलाह: अगर आप पीठ के बल सोने की आदत से बच नहीं पा रही हैं, तो पीठ के नीचे एक तकिया रखकर थोड़ा सा करवट ले लें।
2. पेट के बल सोना – पूरी तरह से अवॉइड करें
गर्भावस्था के शुरुआती हफ्तों में कुछ महिलाएं पेट के बल सो सकती हैं, लेकिन जैसे-जैसे पेट बढ़ता है, यह पोजीशन असुविधाजनक और हानिकारक हो जाती है। इससे:
गर्भाशय पर अनावश्यक दबाव पड़ता है।
शिशु की ग्रोथ और मूवमेंट प्रभावित हो सकता है।
3. बाईं करवट सोना – सबसे सुरक्षित विकल्प
गर्भावस्था में बाईं करवट सोना सबसे अच्छा माना जाता है। इससे:
रक्त संचार बेहतर होता है, जिससे शिशु को अधिक ऑक्सीजन और पोषण मिलता है।
किडनी बेहतर तरीके से काम करती है, जिससे सूजन और स्वेलिंग कम होती है।
पाचन तंत्र सुचारू रूप से कार्य करता है, जिससे एसिडिटी और कब्ज की समस्या कम होती है।
टिप: अगर लगातार एक ही साइड सोने में दिक्कत हो, तो दाईं करवट भी ले सकती हैं, लेकिन बाईं ओर सोना ज्यादा फायदेमंद होता है।
4. तकियों का सही इस्तेमाल – आरामदायक नींद के लिए
पैरों के बीच तकिया रखने से पीठ और कूल्हों पर दबाव कम होता है।
पेट के नीचे सपोर्ट देने के लिए गर्भावस्था के तकिए (प्रेग्नेंसी पिलो) का उपयोग कर सकती हैं।
पीठ के पीछे तकिया लगाने से करवट बदलने पर सहारा मिलता है।
5. क्या नींद में करवट बदलना सामान्य है?
हाँ! गर्भावस्था में बार-बार करवट बदलना सामान्य है। अगर रात में आपकी पोजीशन बदल जाती है, तो घबराएं नहीं। जब भी होश में हों, बाईं करवट पर वापस आने की कोशिश करें।