गैस और पाचन समस्याओं से बचने के लिए अपनाएं ये आसान उपाय,
फौरन मिलेगी राहत
1 months ago
Written By: ANJALI
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में गैस, एसिडिटी और पाचन संबंधी समस्याएं आम हो गई हैं। अक्सर हम इन समस्याओं को मामूली समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यही छोटी-छोटी दिक्कतें बाद में गंभीर रूप ले सकती हैं। असल में, ये समस्याएं हमारी दिनचर्या और खान-पान की गलत आदतों का नतीजा होती हैं। अगर आप भी अक्सर पेट फूलने, बार-बार डकार आने या पेट में जलन की शिकायत करते हैं, तो यह जान लें कि समस्या गैस की नहीं बल्कि आपकी लाइफस्टाइल की है।
खाने के दौरान न पिए पानी
खाने के दौरान बार-बार पानी पीना एक आम गलती है जो पाचन तंत्र को बिगाड़ देती है। जब हम भोजन करते समय अधिक मात्रा में पानी पीते हैं, तो यह पाचक रसों को पतला कर देता है, जिससे भोजन ठीक से नहीं पच पाता। इसका सीधा असर यह होता है कि खाना अधिक समय तक पेट में रहता है और गैस बनने लगती है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि भोजन से करीब 30 मिनट पहले या 30 मिनट बाद ही पानी पीना चाहिए। खाने के दौरान केवल एक-दो घूंट पानी ही लेना उचित रहता है।
खाना खाने के बाद लेटने से बचें
भोजन करने के तुरंत बाद लेट जाना भी पाचन समस्याओं को न्योता देता है। जब हम खाने के बाद सीधे लेट जाते हैं, तो इससे पेट में एसिडिटी, गैस और भारीपन की समस्या पैदा होती है। इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि भोजन के बाद कम से कम 15-20 मिनट तक टहलें। यह न केवल पाचन में मदद करता है बल्कि ब्लड शुगर लेवल को भी नियंत्रित रखता है। खाने और सोने के बीच कम से कम दो घंटे का अंतराल जरूर रखें।
तला भूना भोजन न खायें
आजकल लोगों की पसंद बन चुके मसालेदार और तले-भुने भोजन भी पाचन तंत्र के लिए चुनौती पैदा करते हैं। अधिक तेल और मसालों वाला भोजन पचने में अधिक समय लेता है, जिससे पेट में गैस और जलन होने लगती है। इस समस्या से बचने के लिए भोजन में संतुलित मात्रा में मसालों का उपयोग करना चाहिए। खाना बनाते समय घी या ऑलिव ऑयल जैसे स्वास्थ्यवर्धक तेलों का प्रयोग करें और हल्दी, जीरा, अजवाइन जैसे पाचक मसालों को अपने आहार में शामिल करें।
कार्बोनेटेड ड्रिंक्स से करे परहेज
खाने के साथ मिठाई या कोल्ड ड्रिंक लेना भी पाचन समस्याओं को जन्म देता है। मीठे पदार्थ और कार्बोनेटेड ड्रिंक्स पाचन प्रक्रिया को धीमा कर देते हैं, जिससे गैस बनने लगती है। इसलिए मिठाई को भोजन के कम से कम एक घंटे बाद ही खाना चाहिए। कोल्ड ड्रिंक्स की जगह पर छाछ या नींबू पानी जैसे स्वास्थ्यवर्धक पेय पदार्थों को प्राथमिकता देनी चाहिए।
आधुनिक जीवनशैली की एक और बड़ी समस्या है जल्दबाजी में भोजन करना। जब हम बहुत तेजी से खाना खाते हैं, तो भोजन के साथ हवा भी पेट में चली जाती है, जिससे गैस और डकार की समस्या होती है। इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि हर कौर को 20-30 बार अच्छी तरह चबाकर खाएं। भोजन को शांत माहौल में करना चाहिए और खाते समय मोबाइल या टीवी से दूर रहना चाहिए, क्योंकि ये हमारा ध्यान भटकाते हैं और हमें पता ही नहीं चलता कि हम कितना खा रहे हैं। इन सभी उपायों के अलावा कुछ अन्य सावधानियां भी बरतनी चाहिए। रात का भोजन सोने से कम से कम तीन घंटे पहले कर लेना चाहिए। दिन भर में पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए - कम से कम 2-3 लीटर। पाचन संबंधी समस्याओं से निपटने के लिए हींग, अजवाइन और सौंफ का पानी भी बहुत फायदेमंद होता है।
याद रखें कि छोटी-छोटी आदतों में सुधार करके आप गैस और पाचन संबंधी समस्याओं से आसानी से छुटकारा पा सकते हैं। हालांकि, अगर समस्या लगातार बनी रहे या गंभीर हो जाए, तो बिना देर किए किसी अच्छे डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। स्वस्थ पाचन तंत्र ही स्वस्थ जीवन की नींव है, इसलिए इसे नजरअंदाज न करें।