क्यों बढ़ रही है गर्दन और कमर दर्द की समस्या,
पेनकिलर या फिजियोथेरेपी, कौन है सही इलाज?
1 months ago
Written By: ANIKET PRAJAPATI
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में गर्दन और कमर दर्द सबसे आम समस्या बन गई है। लंबे समय तक लैपटॉप या मोबाइल पर झुककर काम करना, गलत तरीके से बैठना या लेटकर फोन इस्तेमाल करना रीढ़ की हड्डी पर दबाव डालता है। यही दबाव धीरे-धीरे दर्द में बदलकर परेशानी खड़ी करता है।
फिजियोथेरेपी से मिलती है जड़ से राहत
गाजियाबाद जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन का कहना है कि फिजियोथेरेपी दर्द की जड़ तक पहुंचकर इलाज करती है। इसमें मांसपेशियों को मजबूत बनाने, खिंचाव कम करने और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करने पर काम किया जाता है। शुरुआत में तुरंत राहत न मिले, लेकिन धीरे-धीरे दर्द कम होने लगता है और लंबे समय तक वापस नहीं आता।
पेनकिलर क्यों नहीं है स्थायी समाधान
बहुत से लोग पेनकिलर लेकर राहत पाने की कोशिश करते हैं, लेकिन ये सिर्फ अस्थायी उपाय है। अगर दर्द का कारण गलत पोजीशन, मसल स्ट्रेन या रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्या है तो पेनकिलर सिर्फ कुछ समय के लिए आराम देगा, असली कारण का इलाज नहीं करेगा।
कब जरूरी है फिजियोथेरेपी कराना
अगर दर्द अचानक बहुत बढ़ जाए तो डॉक्टर पेनकिलर लेने की सलाह दे सकते हैं। लेकिन अगर दर्द बार-बार हो रहा है, हफ्तों तक बना रहता है, चलने-झुकने या लेटने में परेशानी हो रही है तो फिजियोथेरेपी कराना जरूरी है। यह धीरे-धीरे मांसपेशियों को मजबूत बनाकर समस्या की जड़ पर काम करती है।
संतुलन ही है सही रास्ता
तुरंत राहत के लिए पेनकिलर काम आ सकते हैं, लेकिन लंबे समय के लिए फिजियोथेरेपी ही सही इलाज है। इसलिए बार-बार दर्द होने पर सिर्फ दवाइयों पर निर्भर न रहें और डॉक्टर या फिजियोथेरेपिस्ट से जरूर सलाह लें।