महिलाओं में ही नहीं पुरुषों में भी बढ़ रहा इस बीमारी का खतरा,
हो जाएं सावधान
1 months ago
Written By: ANJALI
जब भी ब्रेस्ट कैंसर की बात होती है, तो अधिकतर लोग इसे महिलाओं की बीमारी मानते हैं। लेकिन सच यह है कि यह गंभीर बीमारी पुरुषों को भी हो सकती है। हालांकि पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर के मामले बेहद कम होते हैं, फिर भी इसे नज़रअंदाज करना खतरनाक साबित हो सकता है।
पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर के मामले कितने होते हैं?
एक डेटा के अनुसार, ब्रेस्ट कैंसर के कुल मामलों में लगभग 1 से 2% मरीज पुरुष होते हैं। यानी हर 100 ब्रेस्ट कैंसर के मरीजों में 1 या 2 पुरुष होते हैं। यह आंकड़ा भले ही कम लगे, लेकिन इसके परिणाम जानलेवा हो सकते हैं यदि समय पर इलाज न मिले।
क्यों होता है पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर?
भले ही पुरुषों में महिलाओं जैसी विकसित ब्रेस्ट टिशूज़ नहीं होतीं, लेकिन उनके पास भी ब्रेस्ट डक्ट्स (नलिकाएं) मौजूद होती हैं। यही डक्ट्स ब्रेस्ट कैंसर का कारण बन सकते हैं। आमतौर पर यह बीमारी तब होती है जब इन डक्ट्स या आसपास के टिशूज़ की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं।
क्या है मुख्य कारण:
उम्र बढ़ना: उम्र के साथ शरीर की कोशिकाएं कमजोर होने लगती हैं, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ता है।
हॉर्मोनल असंतुलन: पुरुषों में एस्ट्रोजन (female hormone) का स्तर बढ़ने से भी ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है।
पारिवारिक इतिहास: अगर परिवार में पहले किसी को ब्रेस्ट कैंसर हुआ है तो पुरुषों में भी इसकी आशंका बढ़ जाती है।
अत्यधिक शराब का सेवन: शराब शरीर में हार्मोनल असंतुलन पैदा करता है।
अनहेल्दी लाइफस्टाइल: मोटापा, जंक फूड और शारीरिक गतिविधियों की कमी कैंसर का रिस्क बढ़ाती है।
पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर के प्रकार :
Ductal Carcinoma: यह सबसे आम प्रकार है, जो ब्रेस्ट डक्ट्स में शुरू होता है।
Lobular Carcinoma: यह बहुत ही दुर्लभ होता है, क्योंकि पुरुषों में लोब्यूल्स (दूध बनाने वाली ग्रंथियां) नहीं होतीं।
इन लक्षणों पर दें ध्यान :
छाती के किसी हिस्से में गांठ या सूजन
निपल से डिस्चार्ज (खून या कोई और तरल)
निपल का अंदर की ओर मुड़ना
ब्रेस्ट की त्वचा पर रैश या खुरदरापन
अंडरआर्म या ब्रेस्ट के पास लिंफ नोड्स में सूजन
कैसे करें बचाव?
नियमित जांच: अगर कोई फैमिली हिस्ट्री है, तो समय-समय पर ब्रेस्ट की जांच करवाएं।
हेल्दी डाइट: हरी सब्ज़ियां, फल और हाई-फाइबर डाइट अपनाएं।
व्यायाम: नियमित रूप से एक्सरसाइज करें ताकि वजन और हार्मोन बैलेंस बना रहे।
शराब और धूम्रपान से दूरी: ये दोनों आदतें कैंसर का खतरा कई गुना बढ़ा देती हैं।
संतुलित जीवनशैली: पर्याप्त नींद, स्ट्रेस मैनेजमेंट और हेल्थ चेकअप जरूरी हैं।