लखनऊ में कोरोना के केस बढ़े,
फिर भी सरकारी अस्पतालों में नहीं हो रही जांच
7 days ago
Written By: STATE DESK
राजधानी लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों में एक बार फिर बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। लखनऊ में अब तक पांच कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हो चुकी है, लेकिन इसके बावजूद सरकारी अस्पतालों में RT-PCR या एंटीजन टेस्ट की सुविधाएं शुरू नहीं हो पाई हैं। जिसके चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
सरकारी अस्पतालों में नहीं मिल रही जांच की सुविधा
रिपोर्ट्स के मुताबिक, लखनऊ के चार प्रमुख सरकारी अस्पतालों – राजनारायण लोकबंधु अस्पताल, बलरामपुर अस्पताल, सिविल अस्पताल और SGPGI – में फिलहाल कोरोना की जांच नहीं हो रही है। मरीजों को KGMU या निजी पैथोलॉजी लैबों में भेजा जा रहा है, जहां उन्हें भारी रकम चुकानी पड़ रही है।
लोकबंधु अस्पताल: यहां कोरोना जांच की सुविधा नहीं है। सुरों के अनुसार, मरीजों को KGMU या SGPGI भेजा जा रहा है।
बलरामपुर अस्पताल: सिर्फ गंभीर रेस्पिरेटरी मरीजों (SARI/ILI) की जांच हो रही है। सामान्य सर्दी-खांसी या बुखार वाले मरीजों की RT-PCR जांच नहीं की जा रही है।
सिविल अस्पताल: यहां एंटीजन टेस्ट किट भी उपलब्ध नहीं हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यहां जरूरत पड़ने पर ही किट मंगवाई जाएगी।
डालीगंज में नया मामला
डालीगंज इलाके के नजीरगंज निवासी 53 वर्षीय व्यक्ति में सोमवार को कोविड की पुष्टि हुई है। उन्हें बुखार, सांस की तकलीफ और सीने में संक्रमण की शिकायत थी। उन्होंने निजी लैब में जांच कराई थी। मरीज होम आइसोलेशन में है। अब तक लखनऊ में कुल 5 मरीजों में कोविड की पुष्टि हो चुकी है। दो दिन पहले इसी इलाके में एक बुजुर्ग महिला भी संक्रमित पाई गई थीं।
स्वास्थ्य विभाग की तैयारी
CMO डॉ. एनबी सिंह ने पात्रकारों को बताया कि, सभी शहरी व ग्रामीण CHC केंद्रों पर एंटीजन टेस्ट की सुविधा शुरू की जा रही है। KGMU से अस्थायी रूप से टेस्ट किट मंगवाई गई हैं, जल्द ही नई कंपनी से सप्लाई की जाएगी। यदि कार्ड टेस्ट में कोई मरीज पॉजिटिव पाया जाता है, तो उसकी पुष्टि के लिए RT-PCR जांच कराई जाएगी।