क्या पंजा मारने से रेबीज फैल सकता है,
किन स्थितियों में खतरा बढ़ जाता है?
10 days ago
Written By: ANJALI
कुत्तों के साथ बातचीत करते समय कई बार छोटी-मोटी दुर्घटनाएं हो जाती हैं, जैसे काटना या पंजा मारना। जहां कुत्ते के काटने पर रेबीज का खतरा स्पष्ट होता है, वहीं पंजा मारने की स्थिति में लोग अक्सर भ्रमित हो जाते हैं। क्या वाकई कुत्ते के पंजा मारने से भी रेबीज हो सकता है? आइए, इस सवाल का वैज्ञानिक जवाब जानते हैं।
क्या पंजा मारने से रेबीज फैल सकता है?
विशेषज्ञों के अनुसार, केवल पंजा मारने से रेबीज होने की संभावना बेहद कम होती है, लेकिन यह पूरी तरह से खारिज नहीं किया जा सकता। रेबीज वायरस मुख्य रूप से संक्रमित जानवर की लार के माध्यम से फैलता है। इसलिए, निम्न स्थितियों में ही पंजा मारने से रेबीज का खतरा हो सकता है:
यदि कुत्ते के नाखूनों पर उसकी लार लगी हो (जैसे कि उसने पंजे चाटे हों)।
खरोंच गहरी हो और खून निकल रहा हो।
पंजे में संक्रमित खून या लार का सीधा संपर्क हुआ हो।
कुत्ता पहले से ही रेबीज से संक्रमित हो और उसमें लक्षण दिख रहे हों।
किन स्थितियों में खतरा बढ़ जाता है?
गहरी खरोंच या खून बहना – अगर पंजा लगने से त्वचा में गहरा घाव हो जाए, तो संक्रमण का जोखिम बढ़ सकता है।
आवारा या बिना टीकाकरण वाला कुत्ता – सड़क पर रहने वाले कुत्तों में रेबीज का खतरा अधिक होता है।
कुत्ते का आक्रामक व्यवहार – अगर कुत्ता पहले से बीमार दिखे या उसकी लार अत्यधिक बह रही हो, तो सावधानी बरतें।
घाव को न धोना – अगर खरोंच को तुरंत साफ न किया जाए, तो संक्रमण फैलने का जोखिम रहता है।
पंजा लगने पर क्या करें?
घाव को अच्छी तरह साफ करें – तुरंत 15 मिनट तक बहते पानी और साबुन से धोएं।
एंटीसेप्टिक लगाएं – डेटॉल या बिटाडीन जैसे एंटीसेप्टिक का उपयोग करें।
डॉक्टर से सलाह लें – खासकर अगर कुत्ता आवारा हो या उसमें रेबीज के लक्षण दिख रहे हों।
टीकाकरण पर विचार करें – डॉक्टर की सलाह पर एंटी-रेबीज वैक्सीन (ARV) या इम्युनोग्लोबुलिन लगवाएं।
बचाव ही सबसे अच्छा इलाज
अपने पालतू कुत्तों को नियमित रूप से रेबीज का टीका लगवाएं।
बच्चों को सिखाएं कि अनजान या आवारा कुत्तों से दूर रहें।
किसी भी खरोंच या काटने की घटना को नजरअंदाज न करें, चाहे वह कितनी भी मामूली क्यों न लगे।