खाने के पैकेट पर दिख रहे है ये निशान,
तो जरुर बरतें सावधानियां
5 days ago
Written By: ANJALI
भारत में लोगों की खाने की आदतें बेहद विविध हैं - कुछ शुद्ध शाकाहारी हैं, तो कुछ मांसाहारी। कुछ लोग अंडा खाते हैं पर मीट नहीं, वहीं कई लोग अब वीगन डाइट (पूर्ण प्लांट बेस्ड) अपना चुके हैं। ऐसे में खाद्य पदार्थों के पैकेट पर लगे रंगीन निशान (FSSAI मार्किंग) हमें सही चुनाव करने में मदद करते हैं।
रंगों का महत्व
हरा निशान: शुद्ध शाकाहारी उत्पाद (कोई मांस/अंडा नहीं), लाल निशान: मांसाहारी उत्पाद, पीला निशान: अंडे युक्त उत्पाद, नीला निशान: दवाई या मेडिकेटेड उत्पाद (डॉक्टर की सलाह से ही प्रयोग करें), काला निशान: हानिकारक केमिकल्स युक्त (सबसे खतरनाक)
काले निशान से क्यों बचें?
काला निशान उन उत्पादों पर लगा होता है जिनमें प्रिजर्वेटिव्स, आर्टिफिशियल फ्लेवर और हानिकारक केमिकल्स की मात्रा अधिक होती है। ये पदार्थ पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकते हैं, लिवर व किडनी पर बुरा प्रभाव डालते हैं, लंबे समय में कैंसर जैसी बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
सावधानियाँ
बच्चों के स्नैक्स में काले निशान वाले उत्पादों से परहेज करें। प्रोसेस्ड फूड खरीदते समय रंगीन निशानों को जरूर चेक करें। काले निशान वाले उत्पादों को कम से कम इस्तेमाल करें।