क्या कुत्ते के चाटने से भी हो सकता है रेबिज,
जानें क्या कहता है WHO और AIIMS की गाइडलाइन
1 months ago
Written By: ANJALI
देशभर में कुत्तों के हमले और काटने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। कई बार कुत्तों के काटने से लोग रेबीज जैसी खतरनाक बीमारी का शिकार हो जाते हैं। यह एक ऐसी बीमारी है जो इंसान के इम्यून सिस्टम पर सीधा असर डालती है और एक बार शरीर में पकड़ बना ले तो इससे बचना लगभग नामुमकिन होता है। यही कारण है कि डॉक्टर इसे सबसे जानलेवा बीमारियों में गिनते हैं।
रेबीज कैसे फैलता है?
रेबीज वायरस आमतौर पर कुत्ते, बिल्ली या किसी भी संक्रमित जानवर के काटने से फैलता है। संक्रमण की शुरुआत खून और टिश्यू में होती है और धीरे-धीरे यह नसों के जरिए नर्वस सिस्टम और दिमाग पर अटैक करता है। वायरस एक बार नर्वस सिस्टम तक पहुँच गया तो 5 से 15 दिन के भीतर मौत भी हो सकती है।
क्या कुत्तों का चाटना खतरनाक है?
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि अगर कोई वैक्सीनेटेड कुत्ता आपको चाटता है तो डरने की जरूरत नहीं है। लेकिन अगर कुत्ता संक्रमित है और उसे एंटी-रेबीज वैक्सीन नहीं लगी है, तो उसकी लार से भी संक्रमण का खतरा हो सकता है। खासकर तब जब आपके शरीर पर कोई कट, खरोंच या ताजा घाव हो और उस जगह पर संक्रमित कुत्ता चाट ले।अगर कुत्ता आपके होंठ, आँख या मुँह के पास चाटता है तो भी रिस्क बढ़ जाता है। पुराने घाव या खुले जख्म पर लार लगने से भी वायरस शरीर में जा सकता है।
WHO और AIIMS की गाइडलाइन
WHO और AIIMS की गाइडलाइन के अनुसार, संक्रमित कुत्ते की लार अगर खुले घाव, खरोंच या म्यूकस मेम्ब्रेन (जैसे मुँह की अंदरूनी सतह) के संपर्क में आती है तो व्यक्ति को रेबीज का खतरा हो सकता है। वायरस को शरीर में प्रवेश के लिए हमेशा एक रास्ता चाहिए और यह रास्ता अक्सर कट, घाव या म्यूकस सतह होता है।
संक्रमित कुत्ते के संपर्क में आने पर क्या करें?
अगर किसी संदिग्ध या संक्रमित कुत्ते की लार आपके शरीर पर लग गई है, खासकर कट या जख्म पर, तो तुरंत प्राथमिक उपचार करना बेहद जरूरी है –प्रभावित जगह को कम से कम 15 मिनट तक बहते पानी और साबुन से धोएं। इसके बाद उस जगह पर एंटीसेप्टिक (आयोडीन या स्पिरिट) लगाएं। बिना देर किए नज़दीकी अस्पताल जाएं और डॉक्टर को पूरी घटना बताएं। डॉक्टर की सलाह के अनुसार रेबीज वैक्सीन जरूर लगवाएं।