एल्युमीनियम से कैंसर का खतरा? विशेषज्ञ ने बताया सच,
क्या वाकई बर्तन और फॉयल नुकसान पहुंचाते हैं
3 days ago Written By: Aniket Prajapati
आजकल कैंसर का खतरा बढ़ने की सबसे बड़ी वजह खराब लाइफस्टाइल मानी जाती है। लोग अक्सर सोचते हैं कि उनके घर में इस्तेमाल होने वाली कई चीजें, खासकर एल्युमीनियम के बर्तन और एल्युमीनियम फॉयल, कैंसर का कारण बन सकते हैं। सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर तरह-तरह की बातें फैलाई जाती हैं। लेकिन क्या वास्तव में एल्युमीनियम से कैंसर का खतरा बढ़ता है? रायपुर के जाने-माने कैंसर सर्जन डॉ. जयेश शर्मा ने इस पर एक वीडियो जारी कर स्पष्ट जवाब दिया है। उनका कहना है कि एल्युमीनियम धरती पर सबसे ज़्यादा पाए जाने वाले हल्के मेटल में से एक है और इससे कैंसर होने का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
एल्युमीनियम के बर्तनों से कैंसर नहीं होता
शर्मा के अनुसार, एल्युमीनियम एक हल्की धातु है जो अधिकतर चीज़ों के साथ रिएक्ट नहीं करती। खाने के साथ भी इसका बहुत मामूली हिस्सा ही मिलता है। यदि एल्युमीनियम के कुछ कण शरीर में चले भी जाएं, तो किडनी उसे बाहर निकाल देती है। यह शरीर में जमा नहीं होता और न ही यह कोई हेवी मेटल है।उन्होंने साफ कहा एल्युमीनियम को कार्सिनोजेन (कैंसर पैदा करने वाला) की लिस्ट में शामिल नहीं किया गया है, इसलिए इससे कैंसर होने का डर बिल्कुल गलत है।
एल्युमीनियम शरीर के लिए कितना सुरक्षित?
डॉ. बताते हैं कि एक सामान्य भारतीय दिनभर में लगभग 60–80 मिलीग्राम एल्युमीनियम का सेवन कर लेता है, जो पूरी तरह सुरक्षित मात्रा है। सामान्य भोजन के जरिए इतनी मात्रा तक पहुंचना भी मुश्किल होता है। यानी एल्युमीनियम बर्तनों या फॉयल से जुड़े जोखिम की तुलना में आपका खान-पान कहीं ज़्यादा महत्वपूर्ण है।
इन तीन स्थितियों में एल्युमीनियम का उपयोग न करें
हालांकि एल्युमीनियम से कैंसर का खतरा नहीं है, लेकिन कुछ सावधानियाँ ज़रूरी हैं:
एल्युमीनियम के बर्तनों में बहुत तेज आंच पर खाना न पकाएं।
बहुत खट्टा या अम्लीय भोजन (जैसे टमाटर, सिरका) एल्युमीनियम में न पकाएं।
अचार या अम्लीय चीज़ें लंबे समय तक एल्युमीनियम बर्तन में न रखें।
डॉक्टर का कहना है— “किस बर्तन में खाना खा रहे हैं, इससे ज्यादा ज़रूरी है कि आप क्या खा रहे हैं। यह ऐसे है जैसे सिगरेट के पैकेट की बजाय आप उसकी पैकिंग पर चिंता करें। फास्ट फूड से डरें, एल्युमीनियम से नहीं।”