नॉर्मल और एक्स्ट्रा प्रीमियम पेट्रोल में क्या है अंतर,
कौन सा होता है बेहतर और क्यों
1 months ago
Written By: ANIKET PRAJAPATI
जब भी हम बाइक या कार में पेट्रोल भरवाने जाते हैं, तो आपने देखा होगा कि अलग-अलग प्रकार के पेट्रोल मिलते हैं और इनके दाम भी अलग होते हैं। ऐसे में अक्सर सवाल उठता है कि इन पेट्रोल में अंतर क्या है और ये गाड़ी पर कैसे असर डालते हैं। खासकर नॉर्मल और पावर (प्रीमियम) पेट्रोल को लेकर लोग कंफ्यूज रहते हैं। आइए जानते हैं इनके बीच का फर्क।
नॉर्मल और पावर पेट्रोल में अंतर
पावर पेट्रोल दरअसल प्रीमियम पेट्रोल होता है, जबकि नॉर्मल पेट्रोल सामान्य श्रेणी का होता है। दोनों में अंतर ऑक्टेन की मात्रा से तय होता है।
रेग्युलर पेट्रोल में ऑक्टेन रेटिंग लगभग 87 होती है।
मिड-ग्रेड पेट्रोल में यह 88 से 90 तक होती है।
प्रीमियम पेट्रोल में ऑक्टेन रेटिंग 91 से 94 तक होती है।
ऑक्टेन से क्या असर होता है?
ज्यादा ऑक्टेन वाला पेट्रोल इंजन में नॉकिंग और डेटोनेशन को कम करता है। ये ऐसी स्थिति होती है, जब इंजन से असामान्य आवाज आती है। हाई ऑक्टेन पेट्रोल उन गाड़ियों के लिए बेहतर माना जाता है, जिनमें हाई कम्प्रेशन इंजन होता है। यह इंजन को उसकी पूरी क्षमता से काम करने में मदद करता है और वाहन की परफॉर्मेंस व लंबी उम्र को बनाए रखता है।
प्रीमियम फ्यूल के फायदे
फ्यूल इकोनॉमी (माइलेज) में सुधार
इंजन की स्मूथ परफॉर्मेंस
इंजन पर कम दबाव
बेहतर स्पीड और पावर
इंजन की नॉकिंग को कम करना
इस तरह पावर (प्रीमियम) पेट्रोल इंजन की कार्यक्षमता बढ़ाने और लंबे समय तक गाड़ी की परफॉर्मेंस बनाए रखने में मदद करता है।