भारत में जल्द शुरू होगी एलन मस्क की Starlink इंटरनेट सर्विस,
घर बैठे मिलेगा हाई-स्पीड कनेक्शन, जानिए पूरा प्रोसेस और कीमत
3 days ago Written By: Aniket Prajapati
भारत में अब इंटरनेट की दुनिया में बड़ा बदलाव आने वाला है। अमेरिकी अरबपति एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी Starlink बहुत जल्द देश में अपनी सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस शुरू करने जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी 2025 के आखिर तक भारत में अपनी सेवाएं शुरू कर सकती है। यह पहली बार होगा जब किसी कंपनी को भारत में सीधे सैटेलाइट के ज़रिए इंटरनेट देने की मंज़ूरी मिली है। इससे उन इलाकों में भी तेज़ इंटरनेट पहुंचाया जा सकेगा, जहां आज भी मोबाइल नेटवर्क या ब्रॉडबैंड की सुविधा नहीं है।
कैसे मिलेगी Starlink सर्विस? घर बैठे आसान प्रक्रिया Starlink सर्विस शुरू होने के बाद कोई भी यूज़र घर बैठे इसे आसानी से ऑर्डर कर सकेगा। इसके लिए कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट या Starlink ऐप का इस्तेमाल करना होगा। यूज़र वहां जाकर अपनी Starlink किट ऑर्डर कर सकेगा, जो सीधे उसके पते पर डिलीवर की जाएगी।
ऑर्डर करने और सेटअप करने का तरीका सबसे पहले यूज़र को Starlink की वेबसाइट या ऐप पर जाकर सर्विस बुक करनी होगी। इसके बाद अपनी संपर्क जानकारी और भुगतान का तरीका चुनना होगा। कुछ ही दिनों में आपके पते पर एक Starlink किट पहुंच जाएगी, जिसमें एक डिश एंटीना, Wi-Fi राउटर और इंस्टॉलेशन टूल्स शामिल होंगे। अब Starlink ऐप की मदद से अपने घर या ऑफिस की छत पर ऐसी जगह चुनें, जहां से डिश को आसमान का साफ़ दृश्य मिले। यह इसलिए ज़रूरी है ताकि सैटेलाइट से मजबूत सिग्नल मिल सके।
सेटअप और एक्टिवेशन प्रक्रिया इंस्टॉलेशन के बाद Starlink ऐप में दिए गए आसान निर्देशों को फॉलो करें और अपने राउटर को कनेक्ट करें। कुछ ही मिनटों में हाई-स्पीड सैटेलाइट इंटरनेट चालू हो जाएगा। एक बार सर्विस एक्टिव हो जाने के बाद, हर 30 दिनों में शुल्क अपने-आप लिया जाएगा। शुरुआती Starlink किट की कीमत लगभग ₹30,000 से ₹35,000 के बीच हो सकती है, जबकि मासिक सब्सक्रिप्शन ₹3,000 से ₹4,200 तक होने की संभावना है।
क्यों है Starlink इतनी खास? Starlink का मुख्य उद्देश्य भारत के दूरदराज़, ग्रामीण और पहाड़ी इलाकों में भी हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचाना है। आज भी देश के कई हिस्सों में मोबाइल नेटवर्क कमजोर है या ब्रॉडबैंड नहीं पहुंचा। ऐसे में Starlink जैसी सैटेलाइट-बेस्ड सर्विस उन क्षेत्रों के लिए गेमचेंजर साबित हो सकती है। इस नेटवर्क के ज़रिए पहाड़, रेगिस्तान या किसी भी कठिन इलाके में भी बिना रुकावट तेज़ इंटरनेट मिलेगा। यानी अब भारत के गांवों और कस्बों तक भी डिजिटल कनेक्टिविटी का विस्तार संभव हो सकेगा।